संकट में सहायता के लिए प्रार्थना kaise kare how to pray for help in trouble

संकट में सहायता के लिए प्रार्थना kaise kare how to pray for help in trouble

यीशु वंशावली भजन संहिता और नीति वचन

Jesus Genealogy Psalms and Proverbs



यहोवा सरल स्थान और रक्षक Jehovah simple place and protector

मैं यहोवा की शरण देता हूंतुम मेरे प्राण से कैसेकह सकते होपक्षी के समान अपने पर्वत पर उड़ जाक्योंकि देखो दुष्ट धनुष झुकते हैं वह अपने तीर डोरी पर चढ़ते हैं कि उन्हें सीधे मां वालों परअंधियारे में चलाएंयदि न्यू ही नष्ट कर दी जाए तो उधर में क्या कर सकता है यहोवा अपने पवित्र मंदिर में है यहोवा का सिंहासन स्वर्ग में है उसकी आंखें मनुष्य की संतान को देखते उसकी फलों उनको ठरकी हैं यहोवा तो धर्मी और दुष्ट दोनों को करता है और जो उपद्रव से प्रीति रखता है उसे वहजी से घृणा करता है दोस्तों पर वह फंदे बरसाएगा अग्नि गंधक और प्रचंड ल ही उनके प्याले का भाग होगीयहोवा तो धर्मी है वह धार्मिकता से प्रीति रखता है धर्मी जन्म उसका मुंह देखने पाएंगे

विश्वास घाटी के विरुद्ध सहायता help against faith valley

है यहोवा सहायता कर क्योंकि एक भी भक्त ना रहा और मानव जाति में विश्वसनीय व्यक्ति नहीं रहे हुए एक दूसरे से झूठी बातें कहते हैं चापलूसी भरे होठों तथा दो रंग दे मां से हुए बोलते हैं यहोवा चापलूसहोठों और ऐसी जीव को जिससे बड़े-बड़े बोल निकलते हैं काट डालेजिन्होंने कहा है हम अपनी जीभ से ही विजय होंगे हमारे होंठ तो हमारे ही हैं भला कौन है हमारा प्रभुपीड़ितों के सर्वनाश किए जाने और दरिद्रों के करने के कारण अब मैं उठूंगा यहोवा कहता है और उसे इस सुरक्षा में रखूंगा जिसकी उसे तीर परीक्षा हैयहोवा के वचन तो पवित्र वचन है वह ऐसी चांदी के समान है जो भट्टी में मिट्टी पर ताई जाकरसात बार शुद्ध की गई होहे यहोवा तू ही उनकी रक्षा करेगा तू ही इस पीढ़ी के लोगों से उसको सर्वदा के लिए सुरक्षित रखेगा जब मनुष्यों में नीचताका सम्मान होता है तो दुष्ट चारों ओर आकृते घमंड से फिरते हैं

संकट में सहायता के लिए प्रार्थना kaise kare how to pray for help in trouble

है या हुआ कब तक क्या तू सदा मुझे भूल रहेगा कब तक तू मुझे अपनी मुंहछुपाई रह कर रखेगाकब तक मैं अपने मन में संघर्ष करता रहूं और दिनभर अपने हृदय में शकित रहूंकब तक मेरा शत्रु मुझ पर प्रबल रहेगा मुझ पर ध्यान देकर मुझे उत्तर दे है यहोवा मेरे परमेश्वर मेरी आंखों को ज्योतिर्मय करपी डी कहीं मैं मौत की नींद ना सो जाऊं और मेरा शत्रु कहे मैं परिवारउसे पर हो गया हूं और जब मैं जगमगाने लघु तो मेरी बेरीआनंदित हूं परंतु मैं तो तेरी करुणा पर भरोसा रखा है मेरा हृदय तेरे उधर के कारण मगन होगा मैं होगा के लिए भजन गाऊंगा क्योंकि उसने मेरी बड़ी भलाई की है

मनुष्यों की मूर्खता और भ्रष्टता the foolishness and depravity of humans

मूर्ख ने अपने मन में कहा है परमेश्वर है ही नहीं वह भ्रष्ट है इन्होंने घरनीत कार्य किए हैं ऐसा कोई नहीं जो भलाई करता हो यहोवा ने स्वर्ग से मनुष्य की संतान पर दृष्टि की हैकी देखें की कोई समझदार कोई परमेश्वर का खोजी है या नहीं वह सब के सब भटक गएहुए सभी भ्रष्ट हो गए हैं कोई भी नहीं जो भलाई करता हो एक भी नहींदूसरा के कार्य करने वाले क्या सब ना समझ ही हैं जो मेरे लोगों को उनसे खा जाते हैं जैसे रोटी और यहोवा का नाम भी नहीं लेते देखो उन पर अत्यंत बाईचा गया क्योंकि परमेश्वर को गर्मियों के समूह के साथ है तुम तो दिन की युक्ति कोखतरों में उड़ाते हो परंतु यहोवा उसका सरल स्थान है भला होता कि इसराइल का उद्धार शिवम से प्रगट होता जब यहोवा अपने लोगों कोदशक से छुड़ा लेगा तब या खूब आनंद बनाएगा और इसराइल मगन होगा

Post a Comment

0 Comments