पवित्र शास्त्र
भजन संहिता औरनीति वचन
यीशुके भाई और उसकी माता
उसकी माता और उसके भाई भी उसके पास आए
परंतुभीड़ के कारण उसके पास नहीं पहुंच सके उसे बताया गया तेरी माता और तेरे भाई
बाहर खड़े हैं वह तुझसे मिलना चाहते हैंपरंतु उसने उत्तर दिया मेरी माता और मेरे
भाई तो यह है जो परमेश्वर का वचन सुनकर उसका पालन करते हैं
आंधी को शांत करना
तब एक दिन ऐसा हुआ कि वह और उसके चेले
एक नाव पर चढ़ गए और उसने उनसे कहा आओ झील के उसे पर चलें अतः उन्होंने नव खोल दी
परंतु जब वेनव कहते हुए आगे बढ़ रहे थेतो वह सो गया और झील पर बड़ी भयंकर आंधी आई
नाव में पानी भरने लगा और उनका जीवन खतरे में पड़ गया तब उन्होंने पास आकर उसे
जगाया और कहा स्वामी है स्वामी हम नष्ट हुए जाते हैं उसने उठकर आंधी तथाउठती हुई
लहरों को डांटा और वह थम गई और शांति छा गई उसने उनसे कहा तुम्हारा विश्वास कहां
है वह डर गए और आश्चर्यचकित होकर एक दूसरे से कहने लगे तो फिर यह कौन है जो आंधी
और पानी को भी आजा देता है और वह उसकी मां लेते हैं
दुष्ट आत्मग्रस्त की चंगाई
तब हुएगिरासेनिया के प्रदेश में पहुंचे
जो गैलील के सामने ही है जब वह किनारे पर उतर उतर तो उसे उसे नगर का एक मनुष्य
मिला जिसमें दुष्ट आत्माएं थी वह बहुत दिनों से ना कपड़े पहना था ना घर में रहा
करता था परंतु कपड़ों में ही रहता था यह सुख देखकर वह चिल्ला उठा और उसके सामने
गिरकर ऊंची आवाज में उसने कहा है सर्वोच्च परमेश्वर के पुत्र यीशु मेरा तुझे क्या
काम मैं तुझे निवेदन करता हूं कि तू मुझे यातना ना देंवह तो अशुद्ध आत्मा को आजादे
रहा था कि उसे मनुष्य में से निकल जाए क्योंकि बहुत बार उसने उसे मनुष्य को पकड़ा
था लोग उसेसंघलों और भेड़ियों से बांधकर बहरा में रखते थे फिर भी वह इन बंदों को
तोड़ डालता था और दुष्ट आत्मा उसे जंगल में भगाए फिरती थी और यीशु ने उससे पूछा
तेरा नाम क्या है उसने कहा सी क्योंकि बहुत सी दुष्ट आत्माएं उसमें समय हुई थी वह
उसे अनुनय विनय विनय कर रही थी कि वह इन्हें तथाखंड में जाने की आजा ना दें सुरों
का बड़ा झुंड वहां पहाड़ पर चढ़ रहा था तब दुष्ट आत्माओं ने उसे बड़ी विनतीकी कि
वह उन्हें स्वरों में जान दे जाने दे उसने उन्हें जाने दिया दुष्ट आत्माएं उसे
मनुष्य में से निकलकर स्वरों में समा गई और सारा झुंड ऊंचे कगार पर से नीचे झपटकर
झील में पूजा और डूब कर मर गया जब चरवाहों ने जो कुछ हुआ था उसे देखा तो भाग
करनगरमें नगर में और गांव में जाकर बता दियातब लोग जो कुछ हुआ था उसे देखने निकले
और यीशु के पास आए वहां उन्होंने उसे मनुष्य को जिसमें से दुष्ट आत्माएं निकली थी
यीशु के पैरों के समीप बैठे हुए देखा वह कपड़े पहने हुए सही मानसिक स्थिति में था
इस पर वह भयभीत हो गए जिन लोगों ने यह देखा था उन्होंने उन्हें बताया कि वह मनुष्य
जिसमें दुष्ट आत्मा समय हुई थी किस प्रकार ठीक कर दिया गया है तब गिरा सीनियर और
आसपास के क्षेत्र की सब लोगों ने उसे विनती की कि वह उनके पास से चला जाए क्योंकि
वह अत्यंत भयभीत हो गए थे और वह नाव पर चढ़कर लौट गया परवह मनुष्य जिसमें से दुष्ट
आत्माएं निकली थी उसे विनती करने लगा कि मुझे अपने साथ चलने दें पर उसने उसे यह कह
कर लौटा दिया अपने घर लौट जा और लोगों को बताओ कि परमेश्वर ने तेरे लिए कैसे महान
कार्य किए हैं उसने लौटकर सारे नगर में यह प्रचार किया कि यीशु ने मेरे लिए कैसे
महान कार्य किए हैं
मृत लड़की और रोगी स्त्री
जब ही यीशु लौटा तो भीड़ ने उसका
स्वागत किया क्योंकि वे सब उसकी प्रतीक्षा कर रहे थे और देखोवह यीशु के पैरों पर
गिर पड़ा और उसे अपने घर चलने के लिए अनुरोध करने लगा क्योंकि उसकी इकलौती बेटी जो
लगभग 12 वर्ष की थी करने पर थी जब वह जाने को
था तो भीड़ उसे पर टूटी जा रही थीतब एक स्त्री ने जिसे 12 वर्ष से लघु बढ़ाने का रोग था और जिसे
कोई भी चंगा ना कर सका था पीछे से आकर उसके चौबे का किनारा हुआ और तत्काल उसका लघु
बहना रुक गया यह सुन कहा किसने मुझे छुआ जब वह सब मुकर रहे थे तो पतरस ने कहा है
स्वामी भीड़ इकट्ठी होकर तुझ पर टूटी जा रही है पर यीशु ने कहा किसी ने मुझे छुआ
है क्योंकि मुझे मालूम हुआ कि मुझ में से समर्थ निकली है जब स्त्री ने देखा कि मैं
छुप नहीं सकती तो डर के मारे कही हुई जाकर उसके सामने गिर पड़ी तब उसने सब लोगों
के सामने बताया कि उसने क्यों उसेछुए और कैसे हुए तत्काल चंगी हो गईउसने उससे कहा
बेटी तेरे विश्वास ने तुझे छुड़ा लिया है कुशलता पूर्वक चली जाहम जब वह है यह कह
रहा था तो किसी ने आराधनालय के अधिकारी के घर से आकर कहा तेरी बेटी मर गई है अब
गुरु को अधिक कष्ट ना दिन पर जब यीशु ने यह सुन तो उसे उत्तर दिया बिल्कुल मत डर
केवल विश्वास रख तो वह ठीक हो जाएगी जब वहउसे घर मेंपहुंचा तोउसने पतरस यूहन्ना
याकूब औरउसे लड़की के माता-पिता के अतिरिक्त अन्य किसी को अपने साथ भीतर आने ना
दिया वे सब लोग उसके लिए विलाप करके रो रहे थे पर उसने कहा रोना बंद करो क्योंकि
वह मेरी नहीं वरन सो रही है वे यह जानकर कि वह मर गई है उसे पर हंसने लगे परंतु
उसने उसका हाथ पकड़ा और यह कह कर पुकारा है लड़की उठ तब उसकी आत्मा लौट आई और वह
तत्काल खड़ी हो गईऔर यीशु ने आज्ञा दी कि उसे कुछ खाने को दिया जाएउसके माता-पिता
आश्चर्यचकित हुए पर उसने उनको आदेश दिया कि जो कुछ हुआ उसे किसी को ना बताएं
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