यीशु वंशावली पवित्र शास्त्र और नीति
वचन
10 कुष्ठ रोगियों का चंगा किया जाना
ऐसा हुआ कि जब वह जेरूसलम को जा रहा था
तो सांवरियाऔर गैलील के बीच सेहोकर निकल जब ही उसने किसी गांव में प्रवेश किया तो
दूर खड़े 10 कुष्ठ रोगीउससे मिले उन्होंने ऊंची
आवाज में पुकार कर कहा है यह शुभ स्वामी हम पर दया कर जब उसने उन्हें देखा तो कहा
जाकर अपने आप को याजकों को दिखाओ तब ऐसा हुआ कि जाते-जाते हुए शुद्ध हो गए अब
उनमें से एक ने जब देखा कि वह चंगा हो गया है तो ऊंची आवाज में परमेश्वर की बधाई
करता हुआ लौट आया और उसे धन्यवाद देते हुए मुंह के बाल उसके चरणों पर गिर पड़ा वह
एक समरी था इस पर यीशु ने कहा क्या 10 की
10 शुद्ध नहीं हुए थे तो फिरवह नव कहां
हैक्या इस परदेसी के अतिरिक्त और कोई नहीं रह गया जो लौटकर परमेश्वर को महिमा
देताउसने उससे कहा उठकर चला जा तेरे विश्वास ने तुझे चंद किया है
परमेश्वर के राज्य का आगमन
फरीसियों द्वारा यह पूछे जाने पर की
परमेश्वर का राज्य कब आएगा उसने उन्हें उत्तर दिया परमेश्वर के राज्य का आगमनदृश्य
रूप में नहीं होगा ना लोग कहेंगे देखो यहां है या वहां है क्योंकि देखो परमेश्वर
का राज्य तुम्हारे मध्य है उसने चेलों से कहा वह दिन आएंगे जब मनुष्य के पुत्र के
दिनों में से एक दिन को देखने की तुम्हें बड़ी उत्कंठा होगी और तुम उसे नहीं देखोगे
वह तुमसे कहेंगे वहां देखो यहां देखोतुम चले मत जाना और ना उनके पीछे भागना
क्योंकि जिस प्रकार बिजली चमक कर आकाश के एक छोर से दूसरे छोर तकपहुंचती है उसी
प्रकार मनुष्य का पुत्र भी अपने दिन में दिखाई देगा परंतु पहले यह आवश्यक है कि वह
बहुत दुख उठाए और इस पीढ़ी के लोगों द्वारा त्याग जाए
जैसा मुंह के दिनों में हुआ था वैसा ही
मनुष्य के पुत्र के दिनों में भी होगा जब तक नूह ने जहाज में प्रवेश न किया वह
खाते पीते और शादी विवाह करते रहे तब जल प्रलय हुआ और सब नष्ट हो गयालूट के दिनों
में भी ऐसा ही हुआ वह खाते पीते लेनदेन करते पेड़ पौधे लगाते और घर बनाते रहे
परंतु जब लूट सदों से निकला उसे दिन आकाश से आग और गंधक की वर्षा हुई और वह सब
नष्ट हो गए
जिस दिन मनुष्य का पुत्र प्रकट होगा
उसे दिन भी ठीक ऐसा ही होगा उसे दिन तो छत पर हो और उसका सामान नीचे घर में हो वह
उसे लेने को न उतरे और इसी प्रकार वह जो खत में हो पीछे न लौटे लूट की पत्नी को
स्मरण करो जो कोई अपना प्राण बचाने का प्रयत्न करता है वह उसे होगा और जो उसे होगा
वह उसे जीवित रखेगा मैं तुमसे कहता हूं उसे रात दो मनुष्य एक चारपाई पर होंगे एक
ले लिया जाएगा और दूसरा छोड़ दिया जाएगा दो स्त्रियां एक ही स्थान पर चक्की पिसती
होगी एक ले ली जाएगी और दूसरी छोड़ दी जाएगी दो मनुष्य खेत में होंगे एक ले लिया
जाएगा और दूसरा छोड़ दिया जाएगातब उन्होंने उससे पूछा है प्रभु यह कहां होगा उसने
उनसे कहा जहां सब होगा वहां गिद्ध भी इकट्ठे होंगे
विधवा और अधर्मी न्यायाधीश
उसने उन्हें यह बताने के लिए की निराश
हुए बिना उनका सदैव प्रार्थना करना चाहिए यह दृष्टांत कहां किसी नगर में एक
न्यायाधीश था जो ना तो परमेश्वर से डरता था और ना किसी मनुष्य की परवाह करता था
उसे नगर में एक विधवाभी रहती थी जो उसके पास बार-बार आकर कहती थी मेरा न्याय करके
मुझेमुद्दे से बच्चा कुछ समय तक तो उसने उसकी ना सुनी अंत में उसने सोचा यद्यपि
में परमेश्वर से नहीं डरता और ना किसी मनुष्य की परवाह करता हूं फिर भी इसलिए कि
यह विधवा मुझे तंग करती है मैं उसका न्याय चुका हूंकहीं ऐसा ना हो कि वह लगातार
आकर मेरी नाक में दम कर दे प्रभु ने कहा सुनो इस अधर्मी न्यायाधीश ने क्या कहा तो
क्या परमेश्वर अपने चुने हुए का न्या न करेगा जो रात दिन उसे पुकारते रहते हैं
क्या वह उनके विषय मेंदेर करेंगे मैं तुमसे कहता हूं कि वह उनका न्याय शीघ्र करेगा
फिर भी मनुष्य का पुत्र जब आएगा तो क्या वह पृथ्वी पर विश्वास पाएगा
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