रेशम उत्‍पादन में रोजगार के अवसर

रेशम उत्‍पादन में रोजगार के अवसर

रेशम उत्‍पादन में रोजगार के अवसर :-

(1) परिचय:- रेशम एक ऐसा उत्‍पादन माना जाात हे जो कि आज के युग में रोजगार के लिए बहुत ही उपयोगी तथा सहायक माना जाता है।

     हमारे देश में रेशम उत्‍पादन का बहुत बड़ा स्‍थान माना जाता है। जिससे रोजगार के बहुत सारे अवसर प्राप्‍त होते है रेशम उत्‍पादन करने के लिउ कई महत्‍वपूर्ण जानकारी का होना आवश्‍यक माना जाता है।

(2) रेशम कीट पालन:-

     कच्‍चा रेशम बनाने के लिए रेशम में कीटों का पालन रेशम उत्‍पादन या रेशम कीट पालन कहलाता है।

रेशम उघोग की विशेषताएं :-

(1) कृषि पर आधारित कुटीर उघोग है।

(2) ग्रामीण क्षेत्र में ही कम लागत में इस उघोग में सीघ्र उत्‍पादन प्रारम्‍भ किया जा रहा है।

(3) कृषि कार्य एवं अन्‍य घरेलू कार्यो के साथ-साथ्‍ज्ञ इस उघोग को अपनाया जा सकता है।

(4) त्रम जनित होने के कारण इस उघोग में विभिन्‍न्‍ स्‍तरों पर रोजगार स़जन की भरपूर सम्‍भावनांए निहित है विशेषकर महिलाओं के खाली समय के सदउपयोग के साथ-साथ उन्‍हें स्‍वालम्‍बी बनाने में सहायक है।

(5) इस उघोग को सुखोनमुख क्षेत्रोंमें ही सफलतापूर्वक स्‍थापित करते हुए नियमित आय प्राप्‍त की जा सकती है।

(6) पर्यावरण मित्र                   

  भारत में रेशम उप्‍तादन:-

रेशम भारत के जीवन में रचबस गया है हजारों वर्षों से यह भारतीय संस्‍कृति और परम्‍परा का विभिन्‍न अंग बन गया है कोई भी अनुदान किसी न किसी में रेाम के उपयोग के बिना नहीं होता है।

रेशम उत्‍पादन में भारत चीन के बाद दूसरे नम्‍बर पर आता हे रेशम में जितने भी प्रकार है उन सभी का उत्‍पादन किसी न किसी भारतीय इलके में होता है भारतीय बाजार में इसकी खपत भी काफी है। विशेषज्ञों के अनुसार रेशम उघोग के विस्‍तार को देखते हुउ इसमें रोजगार की काफी संभावनाए्र है और आने वाले दिनों में इसका करोबार और फलेगा फूलेगा।

     रेशम उघोग के काफी करीग होने के कारण भी इसकी मांग में सायद ही कभी कमी आये।

     पिछलें तीन दशकों में भारत का रेशम उत्‍पादन धीरे-धीरे


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